नई दिल्ली। भारतीय सेना ने हाल ही में कुछ बेहद अहम और दुर्लभ तस्वीरें जारी की हैं, जिनसे 'ऑपरेशन सिंदूर' की अंदरूनी झलक मिलती है। यह ऑपरेशन 7 मई को भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत जम्मू और कश्मीर (पीओजेके) में स्थित आतंकी ठिकानों पर किया गया एक सटीक सैन्य हमला था। इन तस्वीरों से पता चलता है कि कैसे भारत के शीर्ष सैन्य अधिकारियों ने इस पूरे मिशन की निगरानी की।
जारी की गई तस्वीरों में सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी, नौसेना प्रमुख एडमिरल डीके त्रिपाठी और वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह एक साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े दिखाई दे रहे हैं। वे एक हाई-सिक्योरिटी कमांड सेंटर में ऑपरेशन की रियल-टाइम अपडेट्स यानी पल-पल की जानकारी लेते हुए नजर आ रहे हैं। उनके साथ सेना का एक और वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद है। इन तस्वीरों में भारतीय सशस्त्र बलों के ये शीर्ष अधिकारी पाकिस्तान स्थित आतंकी ढांचों के खिलाफ समन्वित और कई अंगों वाली इस कार्रवाई की निगरानी करते हुए स्पष्ट रूप से देखे जा सकते हैं।
दूसरी तस्वीर, जिस पर रात 1 बजकर 05 मिनट का समय अंकित है, ठीक उस पल को कैद करती है जब ऑपरेशन सिंदoor लॉन्च किया गया था। इसमें जनरल द्विवेदी और वरिष्ठ अधिकारी ड्रोन फुटेज और सैटेलाइट इमेजरी से मिल रही लाइव तस्वीरों को बड़ी गहनता से देख रहे हैं। इसी समय भारतीय वायु सेना के फाइटर जेट, ड्रोन और नेवल एसेट्स (नौसैनिक संसाधनों) ने नौ आतंकी ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक कीं। इन ठिकानों में वे कैंप भी शामिल थे जिनका इस्तेमाल पाकिस्तान से सीमा पार समर्थन पाने वाले बड़े आतंकी संगठन करते थे।
सेना के आधिकारिक विवरण के अनुसार, इस सटीक ऑपरेशन में 140 से अधिक आतंकी मारे गए। खबरों के मुताबिक, इन हमलों में स्काल्प क्रूज मिसाइल, लेजर-गाइडेड बम और हथियारबंद यूएवी (मानव रहित विमान) का इस्तेमाल किया गया, जो भारतीय सशस्त्र बलों की संयुक्त क्षमता और तकनीकी बढ़त को दर्शाता है। इस तरह के ऑपरेशन में विभिन्न बलों के बीच तालमेल और आधुनिक तकनीक का प्रदर्शन महत्वपूर्ण होता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि भारतीय सेना द्वारा इन तस्वीरों को जारी करना एक महत्वपूर्ण कदम है। यह न केवल भारत के सैन्य नेतृत्व की रियल-टाइम भागीदारी को दिखाता है, बल्कि पाकिस्तान या कहीं से भी उत्पन्न होने वाले सीमा पार खतरों को बेअसर करने की भारत की तैयारी और संकल्प के बारे में एक मजबूत रणनीतिक संदेश भी देता है। इस तरह की तस्वीरें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी देश की रक्षा क्षमताओं को प्रदर्शित करती हैं।
भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर पर एक आंतरिक पुस्तिका भी प्रकाशित की है ताकि अपने कर्मियों को ऑपरेशन के दायरे, समन्वय और निष्पादन के बारे में जानकारी दी जा सके। यह एक दुर्लभ कदम है जो इन हमलों के पैमाने और महत्व को उजागर करता है।
इन तस्वीरों के माध्यम से, भारतीय सशस्त्र बलों ने एक साहसिक बयान दिया है: जब राष्ट्रीय सुरक्षा की बात आती है, तो शीर्ष सैन्य अधिकारी सिर्फ आदेश ही नहीं देते - वे सीधे वॉर रूम में मौजूद रहकर स्थितियों को संभालते हैं।